Thanks @AnupamPKher. Agree with you totally here. “Patriotism is supporting your country all the time, and your government when it deserves it.” (~Mark Twain) https://t.co/WsSAYvFDSO
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 28, 2020
प्रिय @ShashiTharoor! आपने मेरे 2012 के ट्वीट को ढूंढकर निकाला, आज उस पर टिप्पणी की। ये न केवल आपकी बेरोज़गारी और दिमाग़ी कंगाली का प्रमाण है।बल्कि आप इंसानी तौर पर कितना गिर चुके हैं इसका भी सबूत है।मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए था वह आज भी भ्रष्टाचार का प्रतीक हैं।You Know It. pic.twitter.com/IUaD9vVPwM
— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 28, 2020
. Dear @anupamPKher: So my quoting your 2012 tweet is stooping low; what would you say about a Govt that only quotes 1962,1975& 1984? यह भी बेरोज़गारी और दिमाग़ी कंगाली का अंतिम प्रमाण है? मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए हैं वह आज भी अपनी नाकामयाबी दिखा रहे हैं भारत के सीमे में.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 28, 2020
ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर,
— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 15, 2020
बारिश हो तो भीग जाया कर.... :) pic.twitter.com/eZZzLowJHt
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो,
— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 19, 2020
सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो....
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता,
मुझे गिरा के अगर तुम सँभल सको तो चलो... :) pic.twitter.com/VMMIuHrEEt